उन्नतोदर संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. चाप या वृत्तखंड के ऊपर का तल । २. वह पदार्थ जिसका वृत्तखंड ऊपर की ओर उठा हुआ हो । जैसे, उन्नतोदर शीशा ।