उपनिपात

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

उपनिपात संज्ञा पुं॰ [सं॰] कौटिल्य मत से राजा, चोर, आग और पानी आदि से माल का खराब नष्ट होना । वि॰ दे॰ 'दोष' ।