उपपद

विक्षनरी से

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

उपपद संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पहले कहा गया शब्द । वह शब्द जो पहले आ चुका है ।

२. स्थितिविशेष में लाना ।

३. उपाधि । पदवी [को॰] ।

उपपद समास संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह समास जो नाम या संज्ञा के साथ कृदंत के मिलने से होता है । जैसे—स्वर्णकार, हलधर आदि [को॰] ।