उपपद
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
उपपद संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. पहले कहा गया शब्द । वह शब्द जो पहले आ चुका है ।
२. स्थितिविशेष में लाना ।
३. उपाधि । पदवी [को॰] ।
उपपद समास संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह समास जो नाम या संज्ञा के साथ कृदंत के मिलने से होता है । जैसे—स्वर्णकार, हलधर आदि [को॰] ।