उपभुक्त वि॰ [सं॰] १. जिसका भोग किया गया हो । व्यवहार किया हुआ । काम में लाया हुआ । बर्ता हुआ । २. जूठा । उच्छिष्ट । यौ॰—उपभुक्त धन=वह जिसने अपने धन का उपयोग किया हो ।