सामग्री पर जाएँ

उपराम

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

उपराम संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. त्याग । उदासीनता । विराम । उ॰— साधन सहित कर्म सब त्यागै, लखि विषसम विषयन तें भागै । नारी लखे होय जिय ग्लाना यह लक्षण उपराम बखाना ।— (शब्द॰) ।

२. आगाम । विश्राम । उ॰—नियमकाल तजि तित प्रचि होई, राति दिवस उपराम न सोई ।—शं॰, दि॰ (शब्द॰) ।

३. निवृत्ति । छुटकारा ।