सामग्री पर जाएँ

उपरूपक

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

उपरूपक संज्ञा पुं॰ [सं॰] नाटक के भेदों में दूसरा भेद । छेटा नाटक । इसके १८ भेद हैं—(१) नाटिका, (२) त्रोटक, (३) गोष्ठी, (४) सट्टक, (५) नाटयरासक, (६) प्रस्थानक, (७) जल्लाप्य, (८) काव्य, (९) प्रेंखण, (१०) रासक, (११) संलापक, (१२) श्रीगदित (श्रीरासिका,) (१३)