उबटन
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
उबटन संज्ञा पुं॰ [सं॰ उद्वर्तन, प्रा॰ उब्बट्टन]
१. शरीर पर मलने के लिये सरसों, तिल और चिरौंजी आदि का लेप । बटना । अभ्यंग । उ॰—तब महरि बाँहि गहि आनै । लै तेल उबटनौ सानै ।—सूर॰, १० ।८०१ । (ख) उबटन उबटि अंग अन्हवाइ । पठए, पट भूखननि बनाई ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ २५६ ।