उबाल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

उबाल संज्ञा पुं॰ [हिं॰ उबलना]

१. आँच पाकर फेन के सहित ऊपर उठना । उफान । जोश । क्रि॰ प्र॰— आना ।—उठना ।

२. जोश । उद्वैग । क्षोभ । जैसे,—से देखते ही उनके जी में ऐसा उबाल आया कि वे उसकी ओर दैड़ पड़े ।