उरध पु क्रि॰ वि॰ [सं॰ ऊर्ध्व] दे॰ 'ऊर्ध्व' । उ॰—अरध उरध के मध्य निरंतर सुखमन चउक पुराई हो ।—केशव अमी॰, पृ॰ ७ ।