उलटे
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]उलटे क्रि॰ वि॰ [हिं॰ उलटा] विरुद्ध क्रम से । और क्रम से । बेठिकाने । ठीक ठिकाने के साथ नहीं । उ॰—करु विचार चलु सुपथ मग आदि मध्य परिनाम । उलटे जपे जरा मरा सूधे राजा राम ।—तुलसी (शब्द॰) ।
२. विपरीत व्यवस्था- नुसार । विरुद्ध न्याय से । जैसे होना चाहिए उससे और ही ढंग से । जैसे,...(क) उलटे चोर कोतवाल को डाँटे । (ख) उसने उलटे अपने ही पक्ष की हानि की । विशेष—क्रियाविशेषण में भी 'उलटा' ही का प्रयोग अधिकतर होता है । 'अ' कारांत विशेषण के 'आ' को क्रि॰ वि॰ में 'ए' कर देने के भी नियम का पालन खड़ी बोली में कभी कभी नहीं होता पर पूर्वीया प्रांत की भाषाओं में बराबर होता है । जैसे,— 'अच्छा' का क्रि॰ वि॰ 'अच्छे' खड़ी बोली में नहीं होता पर पूर्वीया भाषा में बराबर होता है ।