ऊकरड़ी

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ऊकरड़ी संज्ञा पुं॰ [सं॰ अवकर, अवस्कर;प्रा॰ अवक्कर उक्कर> उकर+ड़ी (प्रत्य॰)]

१. अशुचि राशि ।

२. धूरा । वह स्थान जहाँ मैला इकट्ठा किया जाता है । उ॰—करहउ कूड़ई मन थकइ, पग राखीयउ जाँण । ऊकरड़ी डोका चुगई अपस डँमायउ आँण ।—ढोला॰, दु॰ ३३६ ।