ऊजल पु वि॰ [हिं॰ उजला] दे॰ 'ऊजर' । उ॰—मैं अति ऊजल, हौं प्रभु को प्रिय पाप न रंच गहौ गुनगाही ।—दीन॰ ग्रं॰, पृ॰ १७२ ।