ऊझल
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ऊझल ^१ पु वि॰ [सं॰ उज्ज्वल] दे॰ 'उज्ज्वल' । उ॰—द्रुम नव पल्लव लागि, फूल खिले बहु भाँत के । रस ऊझल तन जागि, आगि मदन के गात के । —ब्रज॰ ग्रं॰, पृ॰ २२ ।
ऊझल ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ ओझल] दे॰ 'ओझल' । उ॰—हरपट ऊझल मित्र सुम्हारा । पट उठाइ कखु है उँजियारा ।—इँद्र॰, पृ॰ १३१ ।