ऊठना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ऊठना पु क्रि॰ अ॰ [हिं॰] दे॰ 'उठना' । —तब श्री गुसाँई जो गोविंददास कोटोरि कै कहे, जो गोविंददास, ऊठो तुमको नवनीतप्रिय जी के सदैव ऐसे ही दरसन होंगे ।—दो सौ बावन॰, भा॰ १, पृ॰ २८९ ।