ऊना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
ऊना ^१ वि॰ [सं॰ ऊन] [वि॰ स्त्री॰ ऊनी] १ कम । थोड़ा । छोटा । उ॰—सूनौ कै परमपद, ऊनो कै अनंत मद, नूनो कै नदीस नद, इंदिरा झुरै परी । —देव (शब्द॰) ।
२. तुच्छ । नाचीज । हीन ।
ऊना ^२ संज्ञा पुं॰ १ एक प्रकार की छोटी तलवार जो स्त्रियों के व्यवहार के लिये बनती है । उ॰—मुरि मुरित कहुँ ना, उत्तम ऊना, सब तैं दूना काट करै । —पद्माकर ग्रं॰, पृ॰ २८ । विशेष—इसका लोहा बहुत अच्छा और लचीला होता है । इसे रानियाँ अपने तकिए के नीचे रखती हैं ।