ऊबंधना पु क्रि॰ स॰ [हि॰ बाँधना] बाँधना । उ॰—सूजै घर बाघौ सकबंधी बाँधे पाप किया ऊबंधी । —रा॰ रू॰, पृ॰ १४ ।