ऊरू

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ऊरू ^१ पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ ऊरू] दे॰ 'ऊरू' । उ॰—नीबी बंधन दृढ़ कै धरै । ऊरू जमल बाँधि इव करै । —नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ १४६ ।

ऊरू ^२ संज्ञा स्त्री॰ [देश॰ ] ऐल नाम की कँटीली लता । अलई ।