ऊली वि॰ [हिं॰ ऊलना=उछलना=अस्य़िर] छली । उ॰— छछछा छाया देषनि भूली । छल बल करैं छलैगी ऊली ।— सुंदर ग्रं॰, बा॰ १, पृ॰ २२१ ।