ऋणार्ण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ऋणार्ण संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह ऋण जो दूसरा ऋण चुकाने के लिये लिया जाय ।