एकङ्गी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
एकंगी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [हिं॰ एक+ अंगी] मुठिया लगा हुआ दो डेढ़ गज लंबा लटटूदार डंडा जिसे हाथ में लेकर लकड़ी खेलनेवाले लकड़ी खेलत हैं । इसी डंडे से वार भी कहते हैं और रोकते भी हैं ।
एकंगी ^२ वि॰ [सं॰ एकांङ्गी] एक ओर या पक्ष का । एकतरफा । एकांगी । उ॰—चंद की चाह चकोर मरै अरु दीपक चाह जरै जो पतंगी । ये सब चाहैं, इन्हैं नहिं कोऊ, सो जानिए प्रीति की रीति एकंगा । —(शब्द॰) ।