एकत

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

एकत पु क्रि॰ वि॰ [सं॰ एकत्र;प्रा॰ एकत्त] एकत्र । एक जगह । इकट्ठा । उ॰—(क) नहिं हरि लों हियरा धरों नहिं हर लौं अरधंग । एकत ही करि राखियौ अंग अंग प्रति अंग ।— बिहारी र॰, दो॰, ४९४ । (ख) कहलाने एकत बसत अहि मयूर, मृग बाघ । जगतु तपोबन सौ कियौ दीरघ—दाघ निदाघ ।—बिहारी र॰, दो॰, ४८९ ।