सामग्री पर जाएँ

एकेन्द्रिय

विक्षनरी से

प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

एकेंद्रिय संज्ञा पुं॰ [सं॰ एकेन्द्रिय]

१. सांख्य शास्त्र के अनुसार उचित और अनुचित दोनों प्रकार के विषयों से इंद्रियों को हटाकर उन्हें अपने मन में लीन करना ।

२. जैन मतानुसार वह जीव जिसके केवल एक ही इंद्रिय अर्थात् त्वाचामात्र होती है; जैसे जोंक, केचुआ आदि ।