ओझल ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰ अल=नहीं+ हिं झलक] ओंट । आड़ । उ॰—अब तौ रूप की ओझल से इसे निशंक बातचीत करते देखूँगा । —शकुंतला, पृ॰ १४ ।
ओझल ^२ वि॰ लुप्त । गायब । उ॰—दिल ओझल मेरा दिल जानी ।—धरनी॰, पृ॰ १८ ।