ओंडा ^२ संज्ञा पुं॰ [स्त्री॰॰ ओंडी] १. गड्ढा । गढा । गर्त । उ॰— औगुन की ओंडी, महाभोड़ी मोह की कनोड़ी, माया की मसूरती है मूरती है मैल की ।—राम॰ धर्म॰, पृ॰ ६७ । २. चोरों की खोदी हुई सेंध ।