ओतप्रोत
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ओतप्रोत ^१ वि॰ [सं॰] एक में एक बुना हुआ । गुथा हुआ । परस्पर लगा और उलझा हुआ । बहुत मिला हुआ । इतना मिला हुआ कि उसका अलग करना असंभव सा हो । उ॰—ओतप्रोत है जहाँ मनुज का जीवन मद मत्सर से ।—पथिक, पृ॰ १३ ।
ओतप्रोत ^२ संज्ञा पुं॰
१. ताना बाना ।
२. एक प्रकार का विवाह जिसमें एक आदमी अपनी लड़की का विविहा दूसरे के लड़के के साथ करता है और दूसरा भी अपनी लड़की का विवाह पहले के लड़के साथ करता है ।