ओधना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ओधना क्रि॰ अ॰ [सं॰ आबन्धन]
१. बँधना । लगना । फँसना । उलझना । उ॰—रोंव रोंव तन तासौं ओधा । सूतहि सूत बेधि जिउ सोधा ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ ११२ ।
२. काम में लगना या फँसना । उ॰—सचिव सुसेवक भरत प्रबोधे । निज निज काज पाइ सिख ओधे ।—मानस, २ ।३२२ ।
ओधना ^२ पु क्रि॰ स॰ नाँधना । ठानना । उ॰—भारत ओंइ जूझ जो ओधा । होहिं सहाय आइ सब जोधा ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ ११३ ।