ओनवना पु क्रि॰ अ॰ [सं॰ अवनमन या उन्नयन] दे॰ 'उनवना' । उ॰—ओनवत आइ सेन सुलतानी । जानहु परलय आव तुलानी ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ २९० ।