ओपी ^२पु क्रि॰ वि॰ डूबी हुई । लीन । निमग्न । उ॰—गावत गोपी रस में ओपी गोप बजावत तारी ।—भारतेंदु ग्रं॰, भा॰ २, पृ॰ ५१३ ।