ओसारा
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ओसारा † संज्ञा पुं॰ [सं॰ उपशाला अथवा देशी ओसार=गौबाड़ा] [स्त्री॰ अल्पा॰ ओसारी]
१. दालान । बरामदा । उ॰—राति ओसारे में सोय रही कहि जाति न एती मसानि सताई ।— रघुनाथ (शब्द॰)
२. ओसारे की छाजन । सायबान । उ॰— छलनी हुई अटारी कोठा निदान टपका । बाकी था एक ओसारा सो वह भी आन टपका ।—कविता कौ॰, भा॰ ४३१५ । क्रि॰ प्र॰—लगाना । लटकाना ।