ओह
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ओह ^२ अब्य॰ [सं॰ अहह]
१. आश्चर्यसूचक शब्द ।
२. दुखःसूचक शब्द ।
३. बेपरवाई का सूचक शब्द ।
ओह ^२ सर्व॰ [हिं॰] दे॰ 'वह' । उ॰—(क) यम का ठेंगा है बुरा ओह नहिं सहिया जाइ । —कबीर ग्रं॰, पृ॰ २५९ । (ख) काया हाँड़ी काठ की ना ओह चढ़ै बहोरि । —कबीर ग्रं॰, पृ॰ १२१ ।