ओहि

विक्षनरी से


हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

ओहि पु, ओही पु सर्व॰ [हि॰ वह]

१. वह ।

२. उसको । उसे उ॰—(क) ना ओहि पूत न पिता न माता ।—जायसी ग्रं॰, पृ॰ ३ । (ख) आन भाँति नहिं पावौं ओही ।—मानस, १ ।१३२ ।