औपशामिक वि॰ [सं॰] १. शांतिकारक । शंतिदायक । २. उपशम अर्थात् शांति संबंधी (को॰) । यौ॰—औपशमिक भाव = जैन संप्रदाय में वह भाव जो अनुदय- प्राप्त कर्मों के शांत न होने पर उत्पन्न हो, जैसे,—गँदला पानी रीठी डालने से साफ हो जाता है ।