औपश्लेषिक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

औपश्लेषिक (आधार) संज्ञा पुं॰ [सं॰] व्याकरण में अधिकरण कारक के अतर्गत तीन आधारों में से वह आधार जिसके किसी अंश ही से दूसरी वस्तु का लगाव हो । जैसे,—वह चटाई पर बैठा है । वह बटलोई में पकाता है । यहाँ चटाई और बटलोई औपश्लेषिक आधार हैं ।