औलिया संज्ञा पुं॰ [अ॰ वली का बहुव॰] मुसलमान मत के सिद्ध लोग । पहुँचे हुए फकीर । उ॰—सुर नर मुनि जन पीर औलिया कोई न पावै पारा ।—कबीर शा॰, भा॰ १, पृ॰ ६६ ।