औसना † क्रि॰ अ॰ [हिं॰ उमस+ना (प्रत्य॰)] १. गरमी पड़ना । ऊमस होना । २. देर तक रखी हुई खाने की चीजों में गंध उत्पन्न होना । बासी होकर सड़ना । क्रि॰ प्र॰—जाना । ३. गरमी से व्याकुल होना । क्रि॰ प्र॰—जाना । ४. फल आदि का भूसे आदि में दबकर पकना ।