कँटीला वि॰ [हिं॰ काँट+ईला ] (प्रत्य॰) [स्त्री॰ कँटीली] काँटेदार । जिसमें काँटे हों । उ॰—जिन दिन देखे वे कुसुम गई से बीत बहार । अब अलि रही गुलाब की अपत कटीली डार ।—बिहारी (शब्द॰) ।