कंठदबाव संज्ञा पुं॰ [हिं॰ कंठ + दबाव] कुश्ती का एक पेंच जिसमें खिलाड़ी एक हाथ से अपने प्रतिद्वंदी के कंठ पर थाप मारता है और दूसरे हाथ से उसका उसी तरफ का पैर उठाकर उसे भीतरी अडा़नी टाँग मारकर चित कर देता है । इसे कठभेद भी कहते हैं ।