कजाक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कजाक ^१ संज्ञा पुं॰ [तु॰ क़ज्जाक़]
१. लुटेरा । डाकू । बटमार । उ॰—(क) प्रीतम रूप कजाक से समसर कोई नाहिं । छबि फाँसी दै दृग गरे मन धन को लै जाहि ।—रसनिधि (शब्द॰) । (ख) मन धन तो राख्यो हतो मैं दीबे को तोहि । नैन कज़ाकन पै अरे कयों लुटवायो मोहि ।—रसनिधि (शब्द॰) ।
२. कजाकिस्तान नामक प्रदेश का निवासी ।
कजाक ^२ † वि॰
१. धूर्त । छल कपट करनेवाला ।
२. चालाक । चालबाज ।