कटुक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कटुक वि॰ [सं॰]

१. कडुआ । कटू ।

२. जो चित्त को न भावे । जो बुरा लगे । उ॰—अरी मधुर अधरान ते कटुक बचन जनि बोल । तनक खटाई ते घटै लखि सुबरन को मोल ।— रसनिधि (शब्द॰) ।