कठघरा संज्ञा पुं॰ [हिं॰ काठ+घर] १. काठ का जँगलेदार घर । २. बड़ा पिंजड़ा जिसमें जंगली जानवर रखा जा सके । दे॰ 'कटघरा' । उ॰—जब जिम कठघरे से नीचे उतरे तो मुंशी जी आँखों में आँसू भरे उनके पास आए ।—काया॰, पृ॰ २१५ ।