कतीरा

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कतीरा संज्ञा पुं॰ [देश॰] गुलू नामक वृक्ष का गोंद । विशेष—यह खूब सफेद होता है और पानी में घुलता नहीं और गोदों की तरह इसमें लसीलापन नहीं होता । यह बहुत ठंडा समझा जाता है और रक्तविकार तथा धातुविकार के रोगों में दिया जाता है । बोतल में बंद करके रखने से इसमें सिरके की सी गंध आ जाती है ।