कत्था संज्ञा पुं॰ [सं॰ क्वाथ] १. खैर के पेड़ की लकड़ियों को उबालकर निकाला हुआ रस जिसे जमाकर कतरे काटते हैं । ये कतरे पान में खाए जाते हैं । वि॰ दे॰ 'खैर' ।२. खैर का पेड़ । कथकीकर ।