कदर्य
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
कदर्य ^१ वि॰ [संज्ञ कदर्यता] जो स्वयं कष्ट उठाकर और अपने परिवार को कष्ट देकर धन इकट्ठा करे । कंजूस । मक्खीचूस ।
कदर्य ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] वह कंजूस राजा जो कोश इकट्ठा करने के पीछे प्रजा पर अत्याचार करे और राज्य की आमदनी राज्य की भलाई में न खर्च करे । (कौ॰) ।