कन्त
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कंत ^१ वि॰ [सं॰ कन्त] प्रसन्न । आनंदित [को॰] ।
कंत ^२ पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ कान्त]
१. पति । स्वामी । उ॰—मदन लाजवश तिय नयन देखत बनत एकंत । इँचे खिंचे उत फिरत ज्यों दुनारि को कंत ।—पझाकर (शब्द॰) ।
२. मालिक । ईश्वर । उ॰—तू मेरा हौं तेरा गुरू सिष कीया मंत । दूनों भूल्या जात है दादू बिसरया कंत ।—दादू (शब्द॰) ।