कन्हैया
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कन्हैया ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ कृष्ण, प्रा॰ कण्ह]
१. श्रीकृष्ण ।
२. अत्यंत प्यारा आदमी । प्रिय व्यक्ति । उ॰—आछे रहो राजराज राजन के महाराज, कच्छ कुल कलश हमारे तो कन्हैया हो ।—पद्माकर (शब्द॰) ।
३. बहुत सुंदर लड़का । बाँका आदमी ।
४. एक पहाड़ी पेड़ जो पूर्वी हिमाल पर आठ हजार फुट की ऊँचाई पर होता है । विशेष—इसकी लकड़ी मजबूत होती है और उसमें हरी या लाल धारियाँ पड़ी रहती है । आसाम में इसकी लकड़ी की किश्तियाँ बनाई जाती हैं । इसके चाय के संदूकचे भी बनते हैं । कोई कोई इसे इमारत के काम में भी लाते हैं ।
कन्हैया ^१ पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ स्कन्ध, पु कंध] दे॰ 'कंधा' । उ॰— तहँ हम कन्हैया कूदिकै गज की कन्हैया पर परयौ ।—हिम्मत॰, पृ॰ ३५ ।