कप्पर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

कप्पर पु † संज्ञा पुं॰ [सं॰ कर्पट] कपड़ा । वस्त्र । उ॰—कर खंग खप्पर विगत कप्पर पुहुमि उप्पर नचन हैं । बैताल भूत पिशाच केती कला गहि महि रचत हैं ।—रघुराज (शब्द॰) ।