कमान
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]कमान ^१ संज्ञा स्त्री॰ [फा़॰]
१. धनुष । कमठा । यौ॰—कमानगर । मुहा॰—कमान उतारना = कमान का चिल्ला या रोंदा उता र देना । कमान खींचना = कमान पर तीर तढ़ाकर उसके रोदे को अपने ओर खींचना । कमान चढ़ना = (१) दौरदौरा होना । जैसे,—आज कल उन्हीं की कमान चढ़ी हुई है । (२) त्योरी चढ़ना । क्रोध में होना । कमान चढ़ाना = कमान का चिल्ला चढ़ाना । कमान तानना = दे॰ 'कमान खींचना' ।
२. इंद्रधनुष । क्रि॰ प्र॰—निकलना ।
३. मेहराबदार बनावट । मेहराब ।
४. तोप । उ॰—हवाई सी छूटी केसोदास आसमान मैं, कमान कैसो गोला हनुमान चल्यो लंक को ।—रामचं॰, पृ॰ ६२ ।
५. बंदूक । उ॰—गरगज बाँध कमानैं धरीं । बज्र अगिन मुख दारू भरी ।—जायसी (शब्द॰) । क्रि॰ प्र॰—चढ़ना ।—दगना ।
५. मैलखंभ की एक कसरत । विशेष—इसमें मालखंभ के गले की खाँच या मुँगरे की संधि पर एक ओर पैर और दूसरी ओर हाथ रखकर पेट को ऊपर उठाते हैं । यौ॰—कमान की लोटन = कमान करते समय मुँगरे पर एक हाथ से मुँगरा लपेटना और पाँव उड़ाकर मालखंभ से कमर- पेटे के समान नीचे आते हुए लिपट जाना ।
६. कालीन बुननेवालों का औजार ।
७. एक यंत्र जिससे दो तारों या वस्तुओं के बीच के कोणांश की दूरी अथवा क्षितिज से किसी तारे की ऊँचाई मापी जाती है । विशेष—इसमें एक शीशा लगा रहता है जिसपर दोनों तारों की छाया ठीक नीचे ऊपर आ जाती है । इस शीशे के सामने एक दूरबीन लगी रहती है ।
कमान ^२ संज्ञा स्त्री॰ [अं॰ कमांड]
१. आज्ञा । हुक्म । फौजी काम की आज्ञा । यौ॰—कमान । अफसर ।
२. नौकरी । ड्यूटी । फौजी काम । मुहा॰— कमान पर जाना = नौकरी पर जाना । लड़ाई पर जाना । कमान पर होना = काम पर जाना । लड़ाई पर होना । कमान बोलना = (१) नौकरी पर जाने की आज्ञा देना । (२) लड़ाई पर जाने की आज्ञा देना । कमान बोली जाना = काम या लड़ाई पर जाने की आज्ञा मिलना ।
कमान अफसर संज्ञा पुं॰ [अं॰ कमांडिंग आँफिसर] फौज का वह अफसर जो कप्तान के मातहत, पर लेफ्टिनेंट से ऊपर होता है । कमानियर ।
कमान ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ काम से नाम]
१. व्यापार का उद्यम से धन उपार्जन करना, कामकाज करके रुपया पौदा करना । मुहा॰—कमाना धमाना = उद्यम व्यापार करना । कामकाज करके रुपया पौदा करना । संयो॰ क्रि॰—रखना । लेना ।
२. उद्यम या परिश्रम से किसी वस्तु को अधिक दृढ़ करना । सुधरना या काम के योग्य बनाना । जैसे, खेत कमाना, चमड़ा कमाना, लोहा कमाना । यौ॰—कमाई हुई हड्डी या देह = कसरत से बलिष्ट किया हुआ शरीर । कमाया साँप = वह साँप जिसके विषैले दाँत उखाड़ लिए गए हों (मदारी) ।
३. सेवा संबंधी छोटे मोटे काम करना । जैसे, पाखाना कमाना (उठाना), घर कमाना, दाढ़ी कमाना (मूँड़ना) ।
४. कर्म संचय करना । कर्म करना । जैसे, पाप कमाना, पुण्य कमाना । उ॰—जो तू मन मेरे कहे राम कमातो । सीतापति संमुख सुखी सब ठाँय समातो ।—तुलसी (शब्द॰) ।