सामग्री पर जाएँ

करंड

विक्षनरी से


प्रकाशितकोशों से अर्थ

[सम्पादन]

शब्दसागर

[सम्पादन]

करंड ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ करण्ड]

१. मधुकोश । शहद का छत्ता ।

२. तलवार ।

३. कारंडव नाम का हंस ।

४. बाँस की बनी हुई टेकरी या पिटारी । डला । डली उ॰—मन भुजंग गुरु गारडी राखै कील करंड । रज्जब॰, पृ॰ २० ।

५. एक प्रकार की चमेली । हजारा चमेली ।

करंड संज्ञा पुं॰ [सं॰ कुरविन्द] कुरुल पत्थर जिसपर रखकर छुरी और हथियार आदि तेज किए जाते हैं ।