करताल
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
करताल संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. दोनों हथेलियों के परस्पर आघात का शब्द ।
२. लकड़ी, काँसे आदि का एक बाजा जिसका एक एक जोडा़ हाथ में लेकर बजाते हैं । लकड़ी के करताल में झाँझ या घुंघरू बँधे रहते हैं । उ॰—अनहद बाजे बजैं मधुर धुन बिन करताल तँबूरा ।—कबीर श॰, पृ॰ ८५ ।
३. झाँझ । मँजीरा ।