करताल

विक्षनरी से

हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

करताल संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. दोनों हथेलियों के परस्पर आघात का शब्द ।

२. लकड़ी, काँसे आदि का एक बाजा जिसका एक एक जोडा़ हाथ में लेकर बजाते हैं । लकड़ी के करताल में झाँझ या घुंघरू बँधे रहते हैं । उ॰—अनहद बाजे बजैं मधुर धुन बिन करताल तँबूरा ।—कबीर श॰, पृ॰ ८५ ।

३. झाँझ । मँजीरा ।