करूर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]करूर ^१ † वि॰ [हि॰ कड़ुआ] दे॰ 'कड़ुआ' ।
करूर ^२पु वि॰ [सं॰ क्रूर]
१. कठोर । कड़ा । उ॰—चंदेल बनाफर मुख्य सो सूर । वघेल सुगोहिल लोह करूर ।—प॰ रा॰, पृ॰ ४१ ।
२. क्रूर । निर्दय । उ॰—श्वास श्वास छीजत अवश्य दुष्कर काल करूर । रामा यातैं ऊबरै समरथ साधु हजूर ।— राम॰ धर्म॰,पृ॰ २३८ ।